अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।। अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।।
आओ हम सब मिलकर बदल दें भविष्य का चित्र, प्रकृति को बना लें अपना अभिन्न मित्र। आओ हम सब मिलकर बदल दें भविष्य का चित्र, प्रकृति को बना लें अपना अभिन्न मित्र।
ना काट इन पेड़ों को तू, खुद को तबाही के तरफ तू खींचने लगा है.. ना काट इन पेड़ों को तू, खुद को तबाही के तरफ तू खींचने लगा है..
तब भगवान कहेगा, जो तुम्हारे पास है उसे ही नहीं बचा पाये तो मेरे बरसने का क्या फायदा...! तब भगवान कहेगा, जो तुम्हारे पास है उसे ही नहीं बचा पाये तो मेरे बरसने का क्य...
सुंदर मुखड़ा चांद का टुकड़ा हाय कहां से आया रे छम-छम करती नाक की नथनी कौन इसे ले आया रे सुंदर मुखड़ा चांद का टुकड़ा हाय कहां से आया रे छम-छम करती नाक की नथनी कौन इसे ले...
चलो सोचते हैं एक बार ऐसी दुनिया की ख़ूबसूरती जहाँ न फितना, न फ़साद और न कोई बुराई हो चलो सोचते हैं एक बार ऐसी दुनिया की ख़ूबसूरती जहाँ न फितना, न फ़साद और न कोई बु...